भवनाथपुर : भीषण गर्मी और लू से जन जीवन परेशान है। ऐसे में रोजाना लू की चपेट में आए मरीजों का अस्पताल में आने का सिलसिला लगा हुआ है। इसमें अधिकांश लू के कारण बुखार के मरीज अधिक होते हैं। मंगलवार को भी अस्पताल में लू के थपेडे में पडे दो दर्जन से अधिक मरीज पहुंचे, जिन्हें अस्पताल में तैनात चिकित्सक ने भर्ती कर स्लाइन लगाकर इलाज किया। सीएचसी के प्रभारी डॉ रंजन दास ने बताया कि दूषित जल पीने से तथा आसपास में गंदगी की वजह से डायरिया फैलने का खतरा बना रहता है।
हालांकि उन्होंने बताया कि इसके बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है, इसके लिए सीएचसी कर्मियों को जैसे सहिया, बीटीटी, एएनएम और एमपीडब्लू की टीम गठित की गई है, जो प्रत्येक स्तर तक लोगों डायरिया से बचाव और उसके रोकथाम की उपाय के बारे में जागरूक करेंगे, जिसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
भवनाथपुर सीएचसी सहित उप स्वास्थ्य केंद्रों में डायरिया से निपटने के लिए दवा उपलब्ध कराया गया है।
डायरिया से बचाव के लिए चिकित्सक की सलाह :
सीएचसी प्रभारी डॉ रंजन दास ने डायरिया से बचाव के लिए दूषित जल का सेवन नहीं करने,पानी को उबालकर पीने,घरों के आसपास साफ-सफाई रखने,भोजन करने से पहले हांथ को साबुन या मिट्टी से धोने,अत्यधिक मात्रा में पानी पीने, ओआरएस का घोल का इस्तेमाल करने तथा डायरिया के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर इलाज कराने की सलाह दी है।