मझिआंव : जिला परिषद के निधि से कराई जाने वाली उप स्वास्थ्य केंद्र निर्माण एवं कई जन कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारे जाने के लिए बगैर जिला परिषद सदस्यों की बोर्ड की बैठक में पारित किए जिला अभियंता कार्यालय द्वारा टेंडर निकाल दिया गया। जिसको लेकर जिला परिषद सदस्यों में काफी नाराजगी व्यक्त किया जा रहा है।
इस संबंध में सभापति स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति तथा महिला, शिशु एवं सामाजिक कल्याण समिति सह जिला परिषद के जिला उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव अपने पूरे जिला परिषद सदस्यों के साथ एक लिखित आवेदन उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक अभियंता जिला परिषद गढ़वा को एक लिखित आवेदन देकर निकल गई निविदा रद्द करने की मांग किया है।
आवेदन में कहा गया है कि जिला परिषद सदस्यों की बोर्ड की बैठक में बगैर अनुमोदन के संबंधित विभाग कार्यालय द्वारा टेंडर निकाला गया है। उस सभी टेंडर को रद्द करने की मांग किया है और साथ ही कहा गया है। जो भी निविदा प्रकाशित हो उसे बोर्ड के बैठक में नियमानुसार पारित कर ही निकाला जाए। साथ ही क्षेत्र के चर्चित अखबार में उसे निविदा को प्रकाशित किया जाए। ताकि अधिक से अधिक संख्या में संवेदक भाग ले सकें। ताकि अधिक से अधिक सरकार को राजस्व की प्राप्ति हो सके।
जिला परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लिए बगैर एवं पार्षदों की सहमति बिना अवैध तरीके से निविदा निकाली गई है। जो निरस्त करने योग है। उन्होंने कहा कि जारी किए गए टेंडर की संबंधित कार्यालय के मिली भगत से निम्न स्तर के अखबारों में संभवत निविदा को प्रकाशित कर खानापूर्ति की गई है।
ताकि अपने मन चाहे संवेदक को टेंडर दिलाया जा सके। जबकि जिले में प्रदेश के चर्चित समाचार पत्रों में प्रकाशित किया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि संबंधित विभाग के द्वारा भ्रष्टाचार की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावे उन्होंने कहा कि इसके पूर्व जल क्रीड़ा एवं साहसिक क्रीडा का संवर्धन कार्य का टेंडर निकाला गया है। वो भी इसी तरह से निकाली गई है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर पूर्व एवं वर्तमान में निकाली गई निविदा को रद्द नहीं किया गया तो हम सभी जिला परिषद सदस्य अपनी चटानी एकता का परिचय देते हुए जिला परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर मजबूर हो जाएंगे।