स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: बंगाल के आसमान में एक बार फिर चक्रवात की तड़प। 'यश' 23 मई तक दीघा तट से टकराएगी। इससे निपटने के लिए राज्य सरकार भी सक्रिय है। इस मुद्दे पर ममता बनर्जी पहले भी कई बैठकें कर चुकी हैं। कृषि विभाग ने चेतावनी संदेश देने के लिए किसानों की फसलों की सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। आइए देखें कि गाइड में क्या है।
जिन लोगों के खेत में पके बोरो धान हैं, उन्हें तुरंत काटने और स्टोर करने की व्यवस्था करें।
तिलहन और दालों को जल्दी से काटकर सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए।
तिल और जूट की जमीन से बारिश का पानी जल्दी निकालने की व्यवस्था करनी होगी।
सब्जियों और फलों, विशेष रूप से पपीता, केला और फलों के पेड़ जो तूफान से नुकसान की अधिक संभावना रखते हैं, उनकी देखभाल की जानी चाहिए।
सब्जी के मचान, पीने के बोरो को कसकर बांधना चाहिए। ताकि बाद में टूट न जाए।
सब्जी भूमि में जमा पानी को शीघ्र निकालने की व्यवस्था की जाए। प्राकृतिक आपदा के बाद यदि आवश्यक हो तो कवकनाशी का छिड़काव करना चाहिए।
उपरोक्त कार्य करते समय कोविड 19 से संबंधित नियमों का पालन करें। दूरी बनाए रखें। अपने हाथ साबुन से धोएं।