स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: भाजपा पार्टी के अपने कार्यकर्ताओं को सुरक्षा देने में विफल होने के बाद, राजनीतिक हिंसा के कारण बेघर हुए लोग, शांति और वापसी के लिए टीएमसी से समर्थन मांग रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की बोर्ड रूम पॉलिटिक्स से जमीनी स्तर पर पार्टी के कार्यकर्ताओं का मोहभंग हो रहा है। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता तृणमूल के साथ बात कर अपने घरों में वापसी की कोशिश कर रहे है। बीरभूम में बीजेपी तेजी से अपना आधार खो रही है, जहां कथित टीएमसी आतंक से बड़ी संख्या में पार्टी कैडर, जो अपने घर से भाग गए थे, अपनी वफादारी बदल चुके हैं और वापस अपने घरों को लौट गए हैं। इसी तरह बांकुरा, पुरुलिया, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, बर्दवान, हुगली, झाड़ग्राम में, अपने घरों से विस्थापित भाजपा के कार्यकर्ताओं का राज्य भाजपा पार्टी नेतृत्व से मोहभंग हो गया है। हमें राज्य के पार्टी नेताओं से कोई समर्थन नहीं मिल रहा है। पार्टी अध्यक्ष दिलीप घोष से कोई सहायता नही मिल रहा। हम कहाँ जाएँगे? कोई सुरक्षा नहीं है, '' एक विस्थापित पार्टी कैडर ने कहा कि वह टीएमसी नेताओं से बात कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह और उनका परिवार अपने घरों में लौट सके।