स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : चुनाव के रुझान बता रहे है कि कांग्रेस और सीपीएम पश्चिम बंगाल में राजनीतिक साइनबोर्ड में तब्दील हो गए है। वामपंथी कभी भी उस पराजय से उबर नहीं पाए हैं जो उन्होंने टीएमसी के हाथों दस साल पहले झेला था। इस साल पार्टी के दिग्गजों के अपने निर्वाचन क्षेत्रों से हारने वाले के साथ पार्टी कुछ सीटों पर सिमट गयी हैं। वामपंथियों के अंदरूनी सूत्रों ने संकेत दिया कि पार्टी के पुराने नेता और नए, युवा नेतृत्व के बीच एक बड़ा विभाजन है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने स्वीकार किया कि बंगाल में वाम दलों और कांग्रेस के लिए अपने पैरों पर खड़ा होना बेहद मुश्किल है। पार्टी के एक नेता ने कहा, 'नई पीढ़ी के हांथो में कमान सौंपने के बाद नए सिरे से शुरुआत करने और आगे बढ़ने का समय आ गया है।'