स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ : चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं। सभी उम्मीदवारों का प्रचार अभियान जोरों पर है। तृणमूल कांग्रेस भी पीछे नहीं है। लेकिन तूफ़ानगंज विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार गायब हो गया और भाजपा ने इस मुद्दे को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया है। शिल्पी बर्मन, मनोहर भट्टाचार्य और मणिमोहन बागची के अनुसार, तुफानगंज वार्ड नंबर 4 के स्थानीय निवासी जमीनी स्तर के स्थानीय कार्यकर्ता अभियान में आए थे। लेकिन प्रत्याशी नहीं आया। इसी तरह की शिकायतें अन्य वार्डों से भी आ रही हैं।
तृणमूल कांग्रेस किसकी अनुपस्थिति में उम्मीदवार को पीछे छोड़ रही है? हालांकि तुफानगंज शहर के ब्लॉक अध्यक्ष और जिला प्रवक्ता शिवपाद पाल ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उम्मीदवार से एक से अधिक बार संपर्क करने का प्रयास संभव नहीं था। जिला भाजपा अध्यक्ष और तुफानगंज के उम्मीदवार मालती रवा रॉय ने कहा, "अगर आप तुफानगंज को जानना चाहते हैं, तो आपको पहले तुफानगंज का निवासी होना होगा।" तृणमूल उम्मीदवार तुफानगंज का निवासी नहीं है। यह सामान्य है कि वह हर जगह नहीं जा सकता।
कहने की जरूरत नहीं है कि तुफानगंज के नागरिक तुफानगंज के उम्मीदवारों के साथ लगातार असंतोष दिखाते रहे हैं। सत्ता पक्ष ने मांग की कि तुफानगंज के भूमिपुत्र को नामित किया जाए। महाकुमार के एक प्रमुख शिक्षक गोपाल विद्यानंद महाशय ने भी यही मांग की। लेकिन उम्मीदवार प्रणव कुमार डे (माणिक डे) हैं। वह आसपास के जिले का निवासी है। इसलिए उसकी पहचान को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।