मंझिआँव : मेरे सपनो की रानी बिजली रानी कब आओगी तुम । आई गर्मी की रातें कब आओगी तुम ।दिन अब कटता नहीं है तेरे बिना। तुम तो धोखे बाज हो वादा करके भूल जाते हो । रोज रोज ऐसे बिजली कटौती करोगी हम जो रुठ जाएंगे तो कैसे करोगी। तम्हारे रूखे व्यवहार के कारण इन दिनो तम्हारे चाहने वाले बेहाल हैं। बिजली आपूर्ति की कटौती से उपभोक्ता बहुत परेशान हैं। चौबीस घंटे में मंझिआँव प्रखंड में महज चार से पांच घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है। बिजली आती भी है तो हवा की झोंका की तरह आती है और चली जाती है। जिसके कारण बिजली के उपभोक्ताओं में विभाग के प्रति काफी आक्रोश है।
एक कहावत है चिराग तले अंधेरा । यह कहावत शकरकोनी - चंदना के निवासियों पर सटीक बैठता है। जिस गांव में ग्रिड हो और जिसमे 24 घंटे बिजली रहती हो और उस गांव के लोग बिजली के लिए तड़पे ये कहाँ तक उचित है। बिजली आपूर्ति के नाम पर महज कभी आधा घंटा तो कभी एक घंटा बिजली देकर काट दिया जाता है। जिससे मंझिआँव प्रखंड में बिजली नियमित रूप से नहीं मिलने के कारण बहुत परेशानी हो रही है। वहीं शकरकोनी ग्रिड के बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि हमलोग अपने सीनियर कर्मचारी के दबाव में हैं । हमलोगों को जैसा गढ़वा बिजली विभाग से निर्देश मिलता है हमलोग वैसा करते हैं। शकरकोनी- चंदना की जनता ने बताया की पावर सब स्टेशन के कर्मियों से जब आपूर्ति करने के लिए कहा जाता है तो, कहते हैं कि गढ़वा बिजली विभाग के कर्मी के द्वारा जब आदेश मिलेगा तभी फीडर में आपूर्ति किया जाएगा।
ऐसे में सवाल यह है की शकरकोनी बिजली ग्रिड गढ़वा बिजली विभाग की कर्मियों की गुलाम बनकर रह गयी है। यहां के कर्मी अपने मन से बिजली देना भी चाहें तो ये लोग नहीं दे सकते हैं। विभागीय कनिय अभियंता, सहायक अभियंता, कार्यपालक अभियंता का शकरकोनी बिजली विभाग मात्र एक कठपुतली बनकर रह गया है। जिसे जब चाहे जो चाहे अपने अपने इशारों पर नचा सकता है। अगर यही हाल रहा और शकरकोनी बिजली ग्रिड में सुधार नहीं हुआ तो यहां की जनता बड़ा आंदोलन करने के लिए तैयार है।
वहीं पावर सब स्टेशन मे विभागीय कर्मी से जब फोन कर बिजली मिलने से संबंधित जानकारी मांगी जाती है तो कार्यरत कर्मियों के द्वारा सिर्फ एक ही रटा रटाया जवाब दिया जाता है कि फाॅल्ट हो गया है वहीं जब फाॅल्ट ठीक हो जाता है तो एक और नया बहाना स्विच बोर्ड ऑपरेटर के द्वारा बताया जाता है कि ऊपर से ही ग्रीड से आपूर्ति कम मिल रहा है, जिसके कारण बिजली की आंख मिचौली की स्थिति बनी हुई है।
अगर शकरकोनी बिजली ग्रिड से उचित मात्रा में बिजली आपूर्ति नहीं होती है तो यहां की जनता सरकार और बिजली विभाग के खिलाफ बड़ा आंदोलन करने के लिए तैयार है।