एएनएम न्यूज़, डेस्क : राष्ट्रीय सड़क और परिवहन मंत्रालय ने यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक और कदम उठाया है। यह निर्णय भारत में यात्री सुरक्षा के हित में है। सरकार ने पिछले साल सभी वाहनों के चालक की सीट में एयरबैग अनिवार्य कर दिया था। चूंकि मोटर वाहन उद्योग मानक यात्री सीटों के लिए एयरबैग को अनिवार्य नहीं बनाता है, इसलिए अधिकांश चालक अपने वाहन के नीचे एयरबैग का उपयोग नहीं करते हैं।
अधिसूचना ने मौजूदा मोटर वाहन उद्योग मानक को संशोधित करने का मार्ग प्रशस्त किया है, जो वाहनों की सुरक्षा विशेषताओं को मापता है। गंभीर दुर्घटना की स्थिति में फ्रंट पैसेंजर सीट के लिए एयरबैग का अभाव जोखिम भरा है। इसलिए सरकार ने इस नियम को बदलने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
जबकि उच्च बजट वाहनों में दोहरे एयरबैग काफी आम हैं, भारत में अधिकांश कम बजट वाले वाहन अतिरिक्त एयरबैग प्रदान करने के लिए अतिरिक्त शुल्क लेते हैं। मारुति सुजुकी अपने ऑल्टो, एस-प्रेसो, सेलेरियो और वैगन आर मॉडल में दोहरे एयरबैग की पेशकश नहीं करता है, लेकिन इस सुविधा का उपयोग एक विकल्प के रूप में करता है। अधिसूचना के अनुसार, 1 अप्रैल से नए वाहनों के लिए नया नियम अनिवार्य होगा। 1 अगस्त तक भारत में बेचे जाने वाले मौजूदा मॉडलों में आवश्यक बदलाव किए गए हैं। इससे कार की कीमत 5 से 8 हजार तक बढ़ जाएगी।