टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, रानीगंज : एक तरफ जहां दिल्ली में किसान सडकों पर है। आज नौ दिनों से दिल्ली के सभी रास्ते बंद है वहीं केंद्र सरकार के कृषि बिल को रद्द करने की मांग पर माकपा के श्रमिक संगठन सीटु कृषक सभा खेतमजुर युनियन की तरफ से रानीगंज के विधायक रुनु दत्ता की अगुवाई में रानीगंज के पंजाबी मोड़ इलाके में विक्षोभ प्रर्दशन किया गया। इस मौके पर रानीगंज के विधायक रुनु दत्ता के अलावा आसनसोल के पुर्व सांसद वंश गोपाल चौधरी दुर्गापुर के विधायक संतोष देवराज हेमंत प्रभाकर सोमनाथ चटर्जी सहित तमाम स्थानीय वामपंथी नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। वामपंथी नेताओं ने केंद्र सरकार की कृषि बिल का पुरजोर विरोध किया। उन्होंने वर्तमान केंद्र सरकार पर देश के किसानों के बजाए देश के पूंजीपतियों की ज्यादा चिंता करने का आरोप लगाया । वामपंथी नेताओं ने कहा कि दिल्ली में इस देश का अन्नदाता आंदोलन कर रहा है मगर केंद्र सरकार उनपर अत्याचार कर रही है। रुनु दत्ता वंशगोपाल चौधरी सहित सभी वामपंथी नेताओं ने फौरन इस कृषि बिल को रद्द करने की मांग की । राज्य सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, वामपंथी नेताओं का आरोप था कि दीदी और दादा मिलकर बंगाल को बेचने की फिराक में है। वहीं वामपंथी नेता हेमंत प्रभाकर ने टी एम सी नेताओं पर कोयला और बालु माफियों के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया । वामपंथी कर्मीयों ने राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर दुर्गापुर जा रहे पुलिस कमिश्नर सुकेश जैन और पश्चिम बर्दवान जिला शासक पुर्णेंदु माजि की गाड़ियों को भी रोक दिया। कुछ देर तक अवरुद्ध रहने के बाद आखिरकार दोनों के वाहनों को आगे जाने दिया गया। वहीं वामपंथी कर्मीयों ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फुंका।