विनीता खुराना, एएनएम न्यूज़, ऋषिकेश : कुम्भ पर्व का चौथा माघ पूर्णिमा का स्नान आज सुबह से शुरू हो गया है। शास्त्रों में माघ मास भगवान विष्णु का मास माना जाता है और इसलिए इस माह को महो का राजा माना जाता है और इस अवसर पर गंगा स्नान करने को पुण्यकारक माना जाता है। माघ पूर्णिमा का स्नान करने के लिए सुबह से ही लोगो का आना शुरू हो गया था। जिला प्रशासन और मेला पुलिस ने माघ पूर्णिमा स्नान के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किया है।
माघ पूर्णिमा के बारे में पुराणों में कहा गया है जो इस अवसर पर गंगा में स्नान करता है उसके सारे कष्ट मिट जाते है। पंडित मनोज त्रिपाठी बताते है की आज के दिन गंगा स्नान करे समय गंगा के मन्त्र का जाप करता है उसको पूरे वर्ष कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। माना जाता है कि आज के दिन देव गंगा स्नान कर अपने लोक को प्रवास कर जाते है इसलिए आज का स्नान देवो के साथ स्नान करने जैसा है। यह भी मान्यता है कि जो व्यक्ति साल भर पूर्णिमा स्नान नहीं कर पता है और वो माघ पूर्णिमा स्नान कर ले तो उसे सभी पूर्णिमा स्नान का पुण्य प्राप्त हो जाता है।
माघ पूर्णिमा के स्नान को श्रद्धालु सुबह से ही गंगा स्नान को आने लागे है। आज के दिन जो श्रद्धालु गंगा मे डूबकी लगा कर गंगा के तट पर तिल का दान करता है उसे लाखो गुना पुण्य की प्राप्ति होती है। वही हरिद्वार पहुंचे श्रद्धालुओं में आज माघ पूर्णिमा के स्नान पर काफी जोश देखने को मिला। हालांकि रिमझिम बारिश के कारण सुबह तो हरकीपौड़ी पर भीड़ कम दिखी लेकिन जैसे ही बारिश रुकी उसके बाद श्रद्धालुओं द्वारा सुहाने मौसम का लुफ्त उठाने के लिए घाटों की ओर रुख किया। उम्मीद की जा रही है जैसे जैसे दिन चढ़ेगा वैसे वैसे श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी।