बरसात आते ही देश के कोने कोने में बनी सड़को हाल पता चलने लगता है या फिर जब कोई चुनाव होता है तो जन प्रतिनिधियों के द्वारा जर्जर बनी सड़कों का मुद्दा बना कर उठाया जाता है तब पता चलता है। चुनाव जीतने के बाद ये सारे चुनावी मुद्दे मात्र एक चुनावी जुमला बनकर रह जाता है। ये चुनावी मुद्दे बरसाती मेढक की तरह होते हैं ।चुनाव खत्म होते ही ये सारे चुनावी मुद्दे बरसाती मेढक की तरह गायब हो जाते हैं। हम बात कर रहे हैं मंझिआंव-विशुनपुर मुख्यमार्ग की जहां गोपालपुर में SBI CSP के पास सड़क तालाब का रूप धारण कर चुकी है। ये मुख्यमार्ग- मेराल , विशुनपुरा उंटारी , रमुना और मुख्यरूप से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली मुख्य सड़क है। इस पर प्रतिदिन हजारों गाड़ियों का आवा- गमन होता है। इस जर जर हो चुके सड़क से लोग आने जाने के लिए मजबूर हैं क्योंकि इसके अलावा कोई और दूसरी सड़क नहीं है। इस सड़क पर लोग जान हथेली पर रखकर चलने को मजबूर हैं। पर इस जर जर हो चुके सड़क की तरफ किसी अस्थानीय प्रतिनिधि का ध्यान नहीं है। ऐसा लगता है जब तक कोई बड़ी दुर्घटना घट नहीं जाती तब तक इनकी नींद नहीं खुलने वाली। पर इश्वर की कृपा है कि अभी तक बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है ।परंतु जल्दी ही इस जर जर सड़क को मरम्मत नहीं कराया गया तो बड़ी दुर्घटना होने की आसंका जरूर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सड़क किनारे जो कार खड़ी है उसके चालक को सड़क पार करने में हाँथ- पांव फूलने लगे ।अंत मे उसने गाड़ी को सड़क के किनारे गाड़ी को खड़ा कर दिया।