स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पहले बिहार और फिर गुजरात में छाप छोड़ने के बाद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन बंगाल में अपने पैर ज़माने के लिए काफी उत्साहित है। ओवैसी की निगाह मालदा, दक्षिण 24 परगना, दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद के साथ साथ राज्य के मुस्लिम बहुल इलाको पर है। ऐसे में सत्ताधारी तृणमूल पार्टी को डर को सता रहा है कि ओवैसी की पार्टी मुस्लिम बहुल इन इलाकों उनका खेल न बिगाड़ दे। एआईएमआईएम का आरोप है कि उन्हें रैली की परमिशन नहीं मिल रही है। एआईएमआईएम बंगाल में अपनी चुनावी रैली की शुरुआत अल्पसंख्यक बहुल मेटियाब्रुज से करना चाहती थी लेकिन उसे प्रशासन से इसकी इजाजत मिली। इसपर एआईएमआईएम के प्रदेश सचिव जमीर उल हसन ने बताया कि पुलिस ने रैली के लिए उन्हें इजाजत नहीं दी है। हसन का कहना है कि, ‘हमने इस रैली के लिए 10 दिन पहले ही आवेदन दिया था, लेकिन रैली से ठीक एक दिन पहले पुलिस ने हमें बताया कि, हम वहां रैली नहीं कर सकते, इसकी इजाजत नहीं मिली है।’ हसन ने कहा कि, हम तृणमूल के ऐसे हथकंडों के आगे झुकेंगे नहीं। हम चर्चा करेंगे और कार्यक्रम की नई तारीख बताएंगे।’