एएनएम न्यूज़, डेस्क : राज्याभिषेक अवधि के दौरान सिविल सेवा परीक्षा नहीं दी गई थी, इसलिए एक अभ्यर्थी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया और परीक्षा के लिए बैठने का अवसर मांगा। लेकिन उनके दावे को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। न्यायाधीश ने कहा कि अन्य लोगों ने उसी समस्या में परीक्षण किया था। यदि उसे अलग से अनुमति दी जाती है, तो आने वाले दिनों में एक से अधिक ऐसे आवेदन आ सकते हैं। तो सिविल सेवा परीक्षा निर्धारित दिन से बाहर नहीं है।