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तृणमूल में गुटबाजी कायम है

location_on WEST BENGAL access_time 23-Feb-21, 02:45 PM

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टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : तृणमूल कांग्रेस की आपसी गुटबाजी रुकने का नाम नही ले रही। चुनाव की तारीखो कि घोषणा मे चंद रोज ही बाकी है इससे पहले तृणमूल के अल्पसंख्यक सेल के गठन को लेकर पांडवेश्वर मे गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है। इस महीने की 16 तारीख को पांडवेश्वर ब्लाक तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती की मौजुदगी मे पांडवेश्वर के एक निजी हाल मे अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष पद का गठन किया गया था। इस दिन सभा मे पांडवेश्वर ब्लाक के अल्पसंख्यक सेल की जिम्मेदारी हैदर मंडल को दी गई थी। सूत्रों के अनुसार मंत्री मलय घटक और नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती के अनुयायी समझे जाते हैं। दुसरी तरफ कल विधायक जितेन्द्र तिवारी के हरिपुर स्थित कार्यालय मे एक संवाददाता सम्मेलन के बाद पांडवेश्वर ब्लाक के अल्पसंख्यक सेल का फिर से गठन किया गया। पत्रकारो का सवाल था कि एक ही ब्लाक मे दो अल्पसंख्यक सेल का गठन कैसे हो सकता है। इसके जवाब मे विधायक के करीबी माने जाने वाले नव नियुक्त अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष मुनिर मंडल ने कहा कि किसने पांडवेश्वर ब्लाक मे अल्पसंख्यक सेल का गठन किया है यह देखने की जिम्मेदारी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की है। उन्होंने कहा कि उनके पास दल के आला कमान का आदेश है इसी वजह से उन्होंने पांडवेश्वर ब्लाक मे अल्पसंख्यक सेल के ब्लाक कमेटी अंचल कमिटि और बुथ कमिटि की घोषणा की। मुनिर मंडल ने एक अन्य अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष हैदर मंडल के बारे मे पुछे जाने पर कहा कि उनको हैदर के अल्पसंख्यक होने के बारे मे कोई जानकारी नही है। उन्होंने सवाल किया कि हैदर मंडल कब से अल्पसंख्यक हो गए? मुनिर मंडल ने हैदर मंडल के अल्पसंख्यक होने पर सवाल खड़े किए। दुसरी तरफ हैदर मंडल ने कहा कि उनके पास शीर्ष नेतृत्व की चिठ्ठी है जिसके अनुसार वह काम कर रहे हैं। हैदर ने अल्पसंख्यक होने को लेकर मुनिर मंडल के कागजातो को गलत करार दिया। उन्होंने कहा कि वह इलाके मे कोयला बालु की तस्करी मे संलिप्त नही है। उन्होंने दावा किया कि वह ममता बनर्जी के आदर्शों पर चलते हुए लोगों की सेवा करते हैं इसी वजह से किसने क्या कहा इससे उनको कोई फर्क नही पड़ता। उधर भाजपा नेता छोटन चक्रवर्ती ने कहा कि तृणमूल कहती है कि खेला होबे अब समझ मे आ रहा है कि कौन किसके साथ खेलेगा। तृणमूल अपने मे ही खेलेगी। चुनाव से ऐन पहले पांडवेश्वर के विधायक और ब्लाक अध्यक्ष के बीच शीतयुद्ध का क्या असर पड़ता है यह देखना दिलचस्प होगा।




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