एएनएम न्यूज़, डेस्क : जम्मू और कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर आए विदेशी दूतों को इस बारे में अवगत कराया गया कि कैसे अनुच्छेद 370 प्रकृति में भेदभावपूर्ण था। उन्हें केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के जीवन पर अनुच्छेद 370 के सकारात्मक प्रभाव पर एक खाता भी दिया गया था।
वंदना नागबनी की एक महिला सरपंच ने कहा, "मैंने उन्हें बताया कि कैसे लेख जम्मू और कश्मीर की महिलाओं के साथ घोर भेदभावपूर्ण था, जो दूसरे राज्यों के पुरुषों से शादी करने के बाद पैतृक संपत्ति पर अपना अधिकार जताते थे और कैसे जम्मू की नागरिकता खो देते थे और कश्मीर। "
दूतों ने अनुच्छेद 370 के निरसन के बारे में जानना चाहा। हमने उनसे कहा कि हम इसके निरसन पर बहुत खुश हैं क्योंकि इससे विकास बाधित हो रहा था और यह जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ बहुत भेदभावपूर्ण था।