हरी घोष और टोनी आलम, एएनएम न्यूज़: दिन-प्रतिदिन संकीर्ण और संकीर्ण होता जा रहा है। समाज में एक दूसरे के साथ प्यार धीरे-धीरे ख़त्म हो रहे हैं। लेकिन कुछ सामाजिक रूप से जागरूक व्यक्तित्व भी हैं। गाँव के लोग का सहज का साधारण होना आम बात है। आज, अधिकांश लोग धीरे-धीरे स्वार्थी होते जा रहे हैं। आज, वेलेंटाइन डे, प्यार का दिन, दुनिया भर में मनाया जा रहा है, क्या युवा और क्या अधेड़।
क्या प्यार सिर्फ फूलों का आदान-प्रदान करके या केक और चॉकलेट का आदान-प्रदान करने से जताया जाता है? प्यार का कुछ अगल परिभाषा को जीते पांडवेश्वर ये दो दोस्त। लालटू घोष कुछ महीने पहले से ही एक घातक बीमारी से ग्रस्त है। सोशल मीडिया के माध्यम से वह यह बात अपने 10 साल बिछड़े अपने दोस्त को बताता है। अपने दोस्त की हालत सुनकर, लाल्टू सामंतो सब कुछ छोड़ कर उसके पास भागता है और उसके इलाज की व्यवस्था करता है। वेलेंटाइन डे के दिन लाल्टू सामंतो अपने दोस्त लालू घोष के साथ मिलने पहुंचे। लाल्टू सामंता ने न केवल दोस्ती निभाई बल्कि सही मायने में प्यार का मतलब सिखाया।