30 जनवरी को पलामू से छुट्टी बिताकर चेन्नई पहुंचे नेवी जवान सूरज कुमार दुबे का एयरपोर्ट के पास से अपहरण कर लिया गया था। पांच फरवरी को सूरज गंभीर रूप से जली अवस्था में महाराष्ट्र के पालघर जिले के जंगल में मिला था। बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। इसी सिलसिले में झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के पूर्वडीहा पंचायत कोल्लहुआ खुर्द गांव में परिजनों से जानकारी लेने मंगलवार को महाराष्ट्र पुलिस की टीम पहुंची। पुलिस टीम ने करीब दो घंटे गांव में रहकर मृतक के बड़े भाई नीरज दुबे, मां कालिंदी देवी और बहन आरती तिवारी का फर्द बयान दर्ज किया। परिवार के लोगों ने महाराष्ट्र पुलिस को 30 जनवरी को सूरज के घर से निकलने से लेकर उसके गुम होने तक की पूरी जानकारी दी।महाराष्ट्र पुलिस ने सूरज के परिवार के लोगों से किसी आपसी या बाहरी दुश्मनी की बात जानने का प्रयास किया। इस पर सूरज के परिजनों ने पुलिस टीम को बताया कि परिवार की किसी से कोई दुश्मनी नहीं है।
दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे कोल्लहुआ खुर्द पुहंचे महाराष्ट्र पुलिस अधिकारी परिजनों से जानकारी लेकर तीन बजे वापस रवाना हो गए। उन्होंने जाते हुए जल्द ही फिर आने के बाद कही। चैनपुर थाना प्रभारी उदय कुमार गुप्ता ने बताया कि महाराष्ट्र पुलिस की तीन सदस्यीय टीम नेवी जवान के गांव आई है। स्थानीय पुलिस व मृत जवान के परिजन सुरेंद्र दुबे, बिंदु दुबे आदि ने बताया कि पुलिस ने जो भी जानकारी मांगी, उसे बता दिया गया है।