स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: दिल्ली पुलिस द्वारा हुई पूछताछ में दीप सिद्धू ने कई खुलासे किए हैं। दीप सिद्धू ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि किसानों के साथ उसका लगाव भावनात्मक आधार पर हो गया था। वह भावुक होकर किसानों के साथ जुड़ गया था। दीप सिद्धू ने साफ किया कि वो किसी कट्टरपंथी संगठन के साथ नहीं है, लेकिन वो तोड़फोड़ की विचारधारा में यकीन रखता है। पुलिस के मुताबिक दीप सिद्धू को शक था कि सरकार के साथ बातचीत में और दिल्ली पुलिस के साथ ट्रैक्टर रैली के दौरान किसान नेता नरम हो रहे हैं। इस बीच दीप सिद्धू के पास लॉकडाउन के दौरान और बाद में कोई काम नहीं था, वो खाली था। जिसकी वजह से वो अगस्त में पंजाब में शुरू हुए किसान आंदोलन के प्रति आकर्षित हो गया।
पुलिस की पूछताछ के दौरान दीप सिद्धू ने कबूला कि उसने समर्थकों के साथ निर्धारित मार्ग को तोड़ने का फैसला किया। यह फैसला उसने गणतंत्र दिवस परेड से कुछ दिन पहले लिया था। इसकी तैयारी के लिए दीप सिद्धू ने अपने समर्थकों से कहा था कि वे वॉलंटियर के जैकेट चुराएं। उसकी तैयारी थी कि ट्रैक्टर परेड के दौरान वह लाल किला और यदि संभव हो तो इंडिया गेट तक पहुंचने की कोशिश करता। जांच के दौरान इस बात का भी खुलासा हुआ कि फरार आरोपी जुगराज सिंह को विशेष रूप से धार्मिक झंडा फहराने के लिए लाया गया था। बताया जा रहा है कि तरनतारन का मूल निवासी जुगराज गुरुद्वारों में झंडे फहराता था।