टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, रानीगंज : रानीगंज के आनंदलोक अस्पताल मे इलाजरत एक मरीज की मौत को लेकर मृतक के परिजनों और उनके जानने वालो ने अस्पताल और अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज मे लापरवाही का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। बता दे की अस्पताल मे इलाजरत मरीज खुद भी एक चिकित्सक थे। उनका नाम डॉक्टर आशिष घोष था और वह रानीगंज के बल्लभपुर इलाके के रहने वाले थे। उनके परिवार और जानने वालों का कहना है कि उनके दिल मे 30 प्रतिशत ब्लाक था जो कि खतरनाक नही होता। उन्होंने बताया कि डा घोष को डा कौशिक शुर के तत्वावधान मे भर्ती किया गया था। उनका दावा है कि डा कौशिक शुर ने कहा था कि डा घोष पुरी तरह से ठीक हो चुके हैं और गुरुवार को उनको अस्पताल से छोडने की भी बात थी। इनका प्रश्न है कि ऐसे मरीज की अचानक मौत कैसे हो सकती है जबकि कौशिक शुर ने आश्वासन दिया था कि वह फुटबाल तक खेल सकते हैं। वहीं डा कौशिक शुर ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनको बचाया नही जा सका। उन्होंने कहा कि एक 55 साल के व्यक्ति के दिल मे अगर 30 प्रतिशत ब्लाक है तो यह स्वाभाविक नही है। उन्होंने दावा किया कि उनके दिल का इलाज पुरी तरह से ठीक चल रहा था और उन्होंने यह कहा भी था वह फुटबाल तक खेल सकते हैं मगर अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया। जिससे लाख कोशिशों के बावजूद उनको बचाया नही जा सका।