टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, अंडाल : अंडाल के अरविंदनगर इलाके की निवासी कल्पना मालाकार का आरोप है कि 2011 से ही यहां के बेहद प्राचीन तालाब को धीरे धीरे खत्म किया जा रहा है। इस तालाब मे कुड़ा कचरा फेंका जा रहा है जिससे यहां गंदगी का अंबार लग जाता है और बदबु के कारण यहां रहना मुश्किल हो जाता है। थोड़ी सी बारीश हुई नही कि पुरे इलाके मे बदबु फैल जाती है। गंदगी और बारीश के गंदे पानी के कारण डेंगु फैलता है। प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए स्थानीय लोगों ने सामुहिक हस्ताक्षर कर पंचायत महकमा शासक बि डि ओ यहां तक कि नवान्न से भी गुहार लगाई है। मगर कोई फायदा नहीं हुआ। अंडाल के मेला मैदान के इस तालाब का नाम है तेंतुल पुकुर। इलाके के लोगों का आरोप है कि तालाब का मालिक धीरे धीरे तालाब को भरना चाहता है इसी वजह से इलाके का सारा कचरा इस तालाब मे फेंका जाता है। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि अरविंद नगर मे कचरा फेंकने की कोई निर्धारित जगह ना होने से तालाब ही कचरा फेंकने की जगह बन चुकी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि 2017 मे ही प्रशासन के हर स्तर पर इसकी शिकायत की गई थी मगर कोई करवाई नहीं की गई। जबकि उसी साल अंडाल ब्लाक को सरकार द्वारा निर्मल ब्लाक का पुरस्कार दिया गया था। मगर इस ब्लाक मे घुमने से ही निर्मल ब्लाक की असलियत सामने आ जाएगी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि एक तरफ राज्य सरकार "जल धरो जल भरो परियोजना" के तहत इस्तेमाल हो रहे किसी भी तालाब को भरने के सख्त खिलाफ है वही अंडाल के अरविंदनगर मेला मैदान मे एक तालाब को भरने की साजिश की जा रही है। इस संदर्भ मे रामप्रसादपुर ग्राम पंचायत प्रधान दिवाकर दत्ता ने कहा कि व्यक्तिगत मालिकाने के किसी तालाब को लेकर पंचायत कुछ नही कर सकती। अगर तालाब का मालिक अनुमति दे तो ही पंचायत तालाब की सफाई करवा सकती है। पंचायत प्रधान ने कहा कि तालाब की भराई करने पर कानुनन सजा हो सकती है मगर इलाके के लोगों का कहना है कि पंचायत सिर्फ तालाब के मालिक के बारे मे सोच रही हजारों ग्रामीणो के बारे मे उसकी कोई चिंता नहीं है जो अभी परेशानी मे है। लोगो को सरकार द्वारा एक निर्णायक कदम की आस है कि कब तालाब की सफाई हो और कब लोगों को बदबु से छुटकारा मिले।