एएनएम न्यूज़, डेस्क : पश्चिम बंगाल मे आदिवासी समाज के लोगों की एक बहुत बड़ी तादाद रहती है मगर हमेशा ही इस समाज की शिकायत रही है कि उसे नजरअंदाज किया जाता रहा है। आदिवासी समाज के लोगों का कहना है कि उनको हमेशा वोट बैंक की तरह ही सोचा गया कभी उनके असल मुद्दों पर ध्यान नही दिया गया। हालांकि ममता बनर्जी ने हमेशा ही इस समाज को तरजीह देने का दावा किया है। उनका कहना है कि राज्य सरकार द्वारा आदिवासी समाज के बुजुर्गों को पेनशन, होनहार बच्चों को पढने मे सहुलियत सहित तमाम सुविधाए प्रदान की जा रही है जिससे समाज के इस वंचित वर्ग का विकास किया जा सके। इसके साथ ही समय समय पर आदिवासी मेलों का भी आयोजन किया जाता है जिससे आदिवासी समाज के लोगों का बौद्धिक और सांस्कृतिक विकास भी हो। इसी क्रम मे गुरुवार से जमुड़िया ब्लाक पंचायत समिति और पश्चिम बंगाल सरकार के आदिवासी कल्याण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से एक आदिवासी मेले की शुरुआत हुई। यह मेला अगले तीन दिनो तक चलेगा। मेले का उद्घाटन पश्चिम बर्दवान जिला परिषद सभाधिपति सुभद्रा बाउरि और पश्चिम बर्दवान पुर्णेंदु माजि ने किया। इस मौके पर पश्चिम बर्दवान के ए डि एम शुभेंदु बासु एस डि ओ देवजीत गांगुली जमुड़िया के बि डि ओ कृशानु राय जमुड़िया ब्लाक कर्माध्यक्ष अनिमेष बैनर्जी सहित तमाम प्रशासनिक शीर्ष अधिकारी उपस्थित थे। इस मौके पर यहां दीप जलाकर और आमंत्रित अतिथियो को फुलो का गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान आदिवासी कलाकारों ने रंगारंग पारंपरिक नृत्य भी पेश किया। कार्यक्रम मे उपस्थित अतिथियो ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जिससे आदिवासी समाज के लोगों के विकास को गति प्रदान की जा सके।