कौशिक रॉय, एएनएम न्यूज़, नादिया : साल दर साल बजट फिर से आ रहा है। कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण लंबे समय से तालाबंदी चल रही है। लॉकडाउन में कई लोग अपनी नौकरी खो चुके हैं। कई कारखाने बंद हो गए हैं। पेट्रोल और डीजल से दैनिक आवश्यकताओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। साधारण लोग चिंतित हैं। आगामी बजट के आसपास के लोगों की अटकलें भी तेज़ है। साधारण लोग देखें, तो इस बजट में कुछ राहत चाहते है। छोटी दुकानों से लेकर बाजारों तक, स्ट्रीट वेंडर्स से लेकर खरीदारों तक, हर कोई वैसा ही बजट चाहता है की जैसी इसकी उम्मीद थी।