एएनएम न्यूज़, डेस्क : खालिस्तानियों ने पहले कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में आवाज उठाई थी। यहां तक कि उन पर भारतीय संविधान की प्रतियां जलाने का भी आरोप लगाया गया। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए। उल्लेखनीय है कि खालिस्तान समर्थक इन कार्यकर्ताओं पर दिल्ली आंदोलनकारियों को उकसाने का आरोप है। यहां तक कि इस अलगाववादी संगठन के सदस्य आंदोलन को जीवित रखने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहे हैं।