एएनएम न्यूज़, आसनसोल ब्यूरो: अवैध कोयला जब्त करने गई ईसीएल टीम पर ग्रामीणों के साथ मिलकर कोयला तस्करों का किया हमला। जान बचाने के लिए भागने पर मजबूर हुई ईसीएल की टीम। हमलावरों ने आठ गाड़ियों को बुरी तरह से किया क्षतिग्रस्त।
पश्चिम बंगाल में सीबीआई का कोयला तस्करों पर नकेल कसने के बाद अब कोयला तस्कर झारखंड के जामताड़ा जिले के नाला थाना क्षेत्र के कास्ता इलाके में सक्रिय हो गए हैं। वहां प्रतिदिन सैकड़ों अवैध कोयला से लदी ट्रक अन्य राज्यों में भेजे जा रहे हैं। इसकी सूचना शुक्रवार को इस साल के सुरक्षा अधिकारियों को मिली तो वे लोग ईसीएल मुख्यालय श्रीपुर, सलानपुर और अन्य चार पांच एरिया के सुरक्षाकर्मियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचे। ईसीएल के सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि जब वे लोग वहां कास्ता इलाके में पहुंचे तो उन लोगों ने देखा कि हजारों टन कोयला रखा हुआ है और 40 से 50 ट्रकें खड़ी है। यह दृश्य देखने के बाद अवैध कोयला से लदी 20 ट्रकों को ईसीएल के सुरक्षाकर्मियों ने जब्त कर लिया। इस दौरान वहां कोयला तस्करों के साथ 300 से अधिक ग्रामीण जुट गए और वे लोग ईसीएल के सुरक्षाकर्मियों पर पथराव और डंडा से हमला कर दिया। जिसमें कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। सुरक्षाकर्मियों ने पहले अपना बचाव करना चाहा लेकिन संख्या बल को देखते हुए ईसीएल टीम के सदस्यों को जान बचाने के लिए झाड़ियों में छुपना पड़ा। डेढ़ घंटे के बाद जामताड़ा एसपी फोन कर ईसीएल टीम के सदस्यों को बाहर निकलने को कहा। जब ये लोग बाहर आए तो वहां जामताड़ा के डीएसपी पुलिस बल के साथ खड़े थे। बाहर आने के बाद ईसीएल के सुरक्षाकर्मियों ने देखा कि उनके आठ गाड़ी को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। कोई भी गाड़ी चलने की अवस्था में नहीं रह गई है। गाड़ी के स्टेपनी भी चुरा ली गई है। एक स्विफ्ट डिजायर कार को पलट दिया गया है। डीएसपी के मौजूदगी में भी एक बार फिर ग्रामीणों ने ईसीएल टीम के सदस्यों पर हमला कर दिया। डीएसपी ने किसी तरह से ईसीएल टीम के सदस्यों को नाला थाना लाई। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या केंद्रीय संस्थाए झारखड के इस क्षेत्र में भी वही सक्रियता दिखती है जैसा उन्होंने बंगाल में दिखाया है।