टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : सात महीने बीत जाने के बाद भी पुर्नवास नही मिला। भु-धसान के कारण पुरा गांव क्षतिग्रस्त हो गया है। 30 से भी ज्यादा दो मंजिला और एक मंजिल इमारते पुरी तरह से तबाह हो गई है। धसान के कारण गांव के हैंड पंप और कुओं मे पानी नही है। ज्यादातर लोगों को इलाके के बाहर या तो किराए पर या फिर रिश्तेदार के घर पर रहना पड़ रहा है। जो लोग गांव मे हैं भी वह भी अपनी जान जोखिम मे डाल कर हरिशपुर गांव रह रहे हैं। पिछले साल 15 जुन को हुए भयंकर भु-धसान के कारण हरिशपुर गांव मे 30 घरों को भारी नुकसान हुआ था। करीब 200 घरो को थोड़ा बहुत नुकसान हुआ था। लोगों का आरोप है कि प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बाद भी कोई फायदा नहीं हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि जिला प्रशासन अभी यह तय ही नही कर पाई है कि ईसीएल या ए डि डि ए कौन सा दफ्तर उनके पुर्नवास का इंतजाम करेगा। हरिशपुर गांव के रहने वाले सुबोध खां बीरेन दत्ता ने कहा कि भु-धसान के कारण उनके गांव मे पानी नही है। मवेशियों को भी भारी दिक्क़तो का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही बड़ी संख्या मे महिलाए और बच्चे भी गांव से बाहर है। बच्चों की पढाई लिखाई के नुकसान के साथ साथ वह आर्थिक रूप से भी परेशानी झेल रहे हैं।