टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, अंडाल : अंडाल मे आपराधिक गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही है। गोलीबारी कत्ल के साथ साथ चोरी की घटनाओं मे भी इजाफा हुआ है। अंडाल वासीयो का आरोप है कि अंडाल पुलिस ने ना तो किसी अपराधी को पकड़ने मे कामयाबी पायी है और ना ही चोरी की किसी घटना को सुलझाने मे ही कामयाब हुई है। पिछले दो महीने मे अंडाल थाना क्षेत्र मे पहली जो घटना घटी थी वह कोयले के डि ओ को लेकर हुई थी। दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी मे धरमबीर नोनिया नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। पिछले 16 दिसम्बर को जुए के अड्डे पर पुलिस ने दबिश दी थी। इसी साल 13 जनवरी को अंडाल के सिंदुली मे अपराधियों की गोली से एक तृणमूल कर्मी घायल हो गए। 19 जनवरी को अंडाल के काजड़ा मे मंदिर मे प्रतिमा को तोड़े जाने को लेकर भी तनाव पसर गया था। कहा जा सकता है कि चुनाव से पहले शांत अंडाल अशांत हो गया है। स्थानीय लोगों लोग इस विषय को लेकर बेहद चिंतित है। इस सबके बीच एकबार फिर से अंडाल मे गोली बारी हुई जिसमे 42 वर्षीय रंजित बाउरी नामक एक शख्स घायल हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार अंडाल के हरिशपुर इलाके मे बुधवार रात करीब पौने आठ बजे के आसपास रंजीत अपने दोस्तों के साथ काम से घर लौट रहे थे। उसी वक्त दो व्यक्ति मोटर साइकिल से आए और उनपर गोलियां चलानी शुरु कर दी। रंजीत की पीठ पर गोली लगी। घटनास्थल पर मौजूद रंजित के दोस्त उनको कजोड़ा के एक निजी अस्पताल ले गए मगर वहां से आशंकाजनक अवस्था मे उनको दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। स्थानीय लोगों के रात और अपराधियों के चेहरे ढके होने के कारण अपराधियों की शिनाख्त नही हो पाई। अंडाल थाने की पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने मे जुटी है कि क्या वाकई अपराधी रंजीत को ही निशाना बनाना चाहते थे या उनके निशाने पर कोई और था? स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस इलाके मे कानुन व्यवस्था की बहाली मे पुरी तरह से नाकाम है। हरिशपुर इलाके के निवासी भगीरथ दत्ता का कहना है कि पुलिस जल्द से जल्द अपराधीयो को सलाखों के पीछे डालने का इंतजाम करे वरना चुनाव से पहले अंडाल की शांति बर्बाद हो जाएगी। इलाके के लोग अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। दुसरी तरफ पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल युवा कांग्रेस अध्यक्ष रुपेश यादव ने इशारों इशारों मे अंडाल को अशांत करने के पीछे भाजपा की संलिप्तता होने का आरोप लगाया।