एएनएम न्यूज़, डेस्क : पूरी दुनिया जानलेवा कोरोनो वायरस से तबाह है। बर्ड फ्लू ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। बर्ड फ्लू नौ राज्यों में फैल चुका है। राज्य में चेतावनी जारी की गई है।
बर्ड फ्लू क्या है?
बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा सिर्फ पक्षियों के लिए घातक नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मानव या पशु वाहकों को संपर्क से नुकसान हो सकता है। हालाँकि, इस वायरस की अधिकांश प्रकृति केवल पक्षियों में पाई जाती है। पहला मानव H5N1 संक्रमण 1998 में बताया गया था।
यदि आप H5N1 से संक्रमित हैं तो आपको कैसे पता चलेगा?
खाँसी
दस्त
सांस की तकलीफ
100 डिग्री से अधिक बुखार
सिरदर्द
मांसपेशियों में दर्द
शीत
गले में खराश
अस्थिरता
लोग कैसे संक्रमित होते हैं?
कई प्रकार के बर्ड फ्लू हैं। H5N1 को मनुष्यों में भी प्रेषित किया जा सकता है। पहला मामला 1998 में हांगकांग में सामने आया था। तब 60 लोग संक्रमित थे। एक की मौत हो गई। बर्ड फ्लू चिकन या बर्ड ड्रॉपिंग, नाक, आंख या मुंह के रस के संपर्क के माध्यम से मनुष्यों को प्रेषित किया जा सकता है। हालांकि, वायरस के मानव-से-मानव संचरण की दर बहुत कम है।
इस संक्रमण के होने की संभावना कौन है?
पोल्ट्री कार्यकर्ता या देहाती
स्वास्थ्य कार्यकर्ता
पशु चिकित्सक हैं
इलाज क्या है?
प्रत्येक प्रकार के बर्ड फ्लू के लक्षण अलग-अलग होते हैं। इसका इलाज भी अलग है। एंटीबायोटिक्स आमतौर पर दिए जाते हैं।
बचाव के तरीके?
बर्ड फ्लू से सावधानियां बरत कर बचाव किया जा सकता है।
अच्छे
मांस बनाने के लिए खुले बाजार में संक्रमित पक्षियों के संपर्क में न आएं।