एएनएम न्यूज़, डेस्क : पिछले 42 दिनों से किसान सड़कों पर हैं। इस बार उनका विरोध सफलता के रास्ते पर है। संयोग से, सुप्रीम कोर्ट ने आज केंद्र-किसान जोड़ी में फैसले की घोषणा की। सुप्रीम कोर्ट ने कल कहा कि सरकार को कृषि कानूनों को लागू करने पर जोर नहीं देना चाहिए। आज यह बताया गया कि इस आंदोलन के परिणामस्वरूप, देश के किसान दिन-प्रतिदिन सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, महिलाओं और बच्चों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और किसानों की बात सुनने के लिए एक समिति का गठन किया जाना चाहिए। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया कि दिल्ली के लोगों की सामाजिक शक्ति का क्षरण हो रहा है क्योंकि किसानों ने दिन-प्रतिदिन दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शन किया।
इसलिए, अदालत ने कहा कि समस्या को हल करने के लिए एक समिति बनाई जानी चाहिए। संयोग से, सुप्रीम कोर्ट किसी भी कानून को निरस्त कर सकता है।