खलारी। पुत्र की मौत के बाद वृद्ध माँ ने बेटे को मुखाग्नि दी। यह वाक्या खलारी प्रखंड के मोहन नगर में हुआ। कॉलोनी में पिछले 20 वर्षों से रह कर अजय पोद्दार घूम घूम कर हवा मिठाई बेचा करते थे। उनके साथ उनकी वृद्ध मां रहती थी। अजय पोद्दार अविवाहित था। पिछले कुछ महीनों से वह गंभीर बीमारी से ग्रस्त था जिसकी मौत गुरुवार कि सुबह हो गई। मोहन नगर के लोग सामाजिक रूप से उसके शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे तब उसकी मां गंगिया देवी ने स्वयं श्मशान घाट जाकर बेटे को मुखाग्नि देने की इच्छा जताई। समाज के लोगों ने वृद्ध महिला की भावनाओं को समझा और उन्हें अपने साथ चूरी सपही नदी श्मशान घाट ले गए। जहां पर 75 वर्षीय वृद्ध महिला ने अपने पुत्र को मुखाग्नि दी। इस दौरान मौजूद समाज के लोगों ने अकेली पड़ी वृद्ध महिला की देखभाल करने का जिम्मा उठाया। मृतक बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला था। दयनीय स्थिति को देखते हुए मोहन नगर कॉलोनी के सामाजिक लोगों ने आपसी सहयोग के तहत मृतक का श्राद्ध कर्म कराने का निर्णय लिया। दाह संस्कार के अवसर पर श्मशान घाट पर मौजूद गंगिया देवी को कृष्णा चौहान, नारद राम, टुपा महतो, शिवनारायण नोनिया, दिलीप पटेल ,मुन्नू शर्मा, अरुण चौहान, कृष्णा चौधरी, रवि सिंह, बूटन चौहान, रमेश चौहान ,अजय चौहान, सुधीर चौहान सहित कई लोगों ने ढाढस बनाया और पूरी तरह से सहयोग का भरोसा दिया। मां के द्वारा पुत्र को मुखाग्नि देने के दृश्य को देखकर उपस्थित सभी लोगों की आंखों में आंसू आ गए।