खलारी। मोनेट कोल वाशरी से वाह कोल कोयले का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में पहल की जाएगी। उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीनों में उत्पादन लक्ष्य पूर्व की तरह निर्धारित हो जाएगा। जिसके बाद सीएसआर के तहत भी कार्य को बढ़ाया जाएगा। उक्त बातें मोनेट कोल वाशरी के महाप्रबंधक वी के वर्मा ने कही। महाप्रबंधक वीके वर्मा ने बताया कि पहले कोल वाशरी को 3 लाख 80 हज़ार टन प्रति माह कोयला वास करती थी। वर्तमान समय में इस कोल वाशरी में मात्र एक लाख 80 हजार टन कोयले का ही वास हो पा रहा है। जो पहले की तुलना में 50 फ़ीसदी के आसपास है। इसके बावजूद भी कोल वाशरी अपने कर्मियों का पूरा ख्याल रख रही है। महाप्रबंधक ने बताया कि पहले सिर्फ एक ही कैटेगरी के कोयले को वास के लिए लिया जाता था। अब उत्पादन बढ़ाने के लिए हर तरह के कोयले को लिया जाएगा और उसका वास किया जाएगा। वासरी का उत्पादन क्षमता बढ़ने के साथ ही कंपनी अनुसार सीएसआर के कार्य को भी बढ़ाया जाएगा। आसपास के प्रभावित गांव के विकास के लिए कार्य किए जाएंगे। महाप्रबंधक वीके वर्मा ने बताया कि वर्तमान में प्रदूषण से निपटने के लिए पहले की तरह प्लांट में सभी तरफ वाटर स्प्रिंकलर को चालू किया जाएगा। वहीं सड़कों पर जल छिड़काव की भी व्यवस्था की जाएगी।