एएनएम न्यूज़, डेस्क : वायु प्रदूषण के कारण गर्भपात की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। देश के विशेषज्ञ नए सर्वेक्षण के आंकड़ों को लेकर आशंकित हैं। वे रिपोर्ट करते हैं कि वायु स्वास्थ्य बिल्कुल अच्छा नहीं है। यदि आप सावधान नहीं हैं, तो बड़ा खतरा आ रहा है। एक जर्नल में उन आँकड़ों की एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है।
जैसा कि उल्लेख किया गया है, हर साल दक्षिण एशिया में 34971 गर्भपात किए जाते हैं। विशेषज्ञ हवा में छोटी धूल सहित विभिन्न विषैले तत्वों को दोष दे रहे हैं। गर्भपात के आँकड़े 2000 और 2016 के बीच 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हैं।
दक्षिण एशिया में वायु की स्थिति पूरी दुनिया में इतनी खराब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इससे चिंतित है। अध्ययन के अनुसार, मानसिक बीमारी, वित्तीय और शारीरिक समस्याएं इतने लंबे समय तक गर्भपात के लिए जिम्मेदार रही हैं। इस बार इस सूची में वायु प्रदूषण को महत्व दिया जा रहा है। विशेषज्ञों की सलाह है कि अगर प्रशासन अब वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने की कोशिश नहीं करता है, तो अगले कुछ वर्षों में गर्भपात की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी।