स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: संजय राउत ने कहा कि,अफगानिस्तान की स्थिति भारत के विभाजन जैसी है। अगर नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की बजाय पाकिस्तान के निर्माता मोहम्मद अली जिन्नाह को मारा होता तो विभाजन को शायद रोका जा सकता था और 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने की जरूरत नहीं होती। उन्होंने कहा, अफगानिस्तान में जो स्थिति है वह मुझे देश के अस्तित्व और संप्रभुता की तबाही की याद दिलाती है।