गोमिया थाना के स्वांग गोविंदपुर में कार्यरत सीसीएल कर्मी कार्तिक मांझी की 14 अप्रैल हत्या कर दी गई थी. जिसमें 3 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, एक आरोपी अभी फरार है। इधर पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में मृतक की पत्नी को भी हत्यारोपी बनाया है। जो घटना के बाद से स्वांग स्थित अपने मकान में नहीं रहती है. इस हत्याकांड में रामचन्द्र सोनार, विष्णु सोनार, और गौतम सोनार जेल में हैं, जबकि अमर पासवान अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. अनुसंधान के बाद मृतक की पत्नी को भी अभियुक्त बनाया गया है, जिसे गिरफ्तार किया जाना बाकी है।
अवैध संबंध में हत्या की आशंका
सीसीएल गोविंदपुर परियोजना में कार्यरत कार्तिक मांझी पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के बरई सिधवाटांड का निवासी था। वह स्वांग न्यू माइनर्स के क्वार्टर नंबर 228 में अपनी पत्नी के साथ रहता था। बताया जा रहा है कि पत्नी का कार्तिक मांझी के मित्र रामचन्द्र सोनार से अवैध संबंध हो गया था। रामचंद्र सोनार भी सीसीएल कर्मी है और जारंगडीह में रहता है। मृतक कार्तिक मांझी अपनी पत्नी की इस हरकत से नाराज रहता था। पड़ोसियों ने पुलिस को रामचंद्र सोनार और कार्तिक मांझी की पत्नी के अवैध संबंध की जानकारी दी. पुलिस ने तकनीकि सेल के मदद से मृतक कार्तिक मांझी और उसकी पत्नी के मोबाइल नंबर का सीडीआर मंगवाया और हत्या की गुत्थी को सुलझाने में सफलता हासिल की।
हत्या की वारदात का घटनाक्रम
पुलिस की पूछताछ में रामचंद्र सोनार ने कार्तिक मांझी की पत्नी से संबंध की बात को स्वीकार किया और इसमें बाधा होने बनने पर उसे रास्ते से हटाने की योजना के तहत 13 अप्रैल की शाम को उससे माफी मांगने के नाम पर बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के जरंगडीह बुलाया. जहां उसे शराब पिलाया गया और दोस्तों के साथ मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद शव को गोमिया थाना क्षेत्र स्थित स्वांग वाशरी के पास रेलवे लाइन के किनारे फेंक कर भाग गए. इस हत्याकांड के लिए रामचंद्र सोनार ने अपने दोस्तों को दो लाख रूपये देने का वादा किया था. आठ हजार रूपये घटना के समय अमर पासवान को दे दिया गया था. इसके बाद अमर पासवान वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार हुआ।