स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: अफगानिस्तान इस्लामिक आतंकवाद का पहला केंद्र बन सकता है। अभी उनके पास उन सभी हथियारों तक पहुंच है जो अमेरिकियों ने आपूर्ति की है और 3 लाख से अधिक अफगान राष्ट्रीय सेना के जवानों के हथियार भी हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा की अफगानिस्तान में मौजूदगी पता चला है। कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद पर चिंताओं के बीच अधिकारी ने कहा कि घाटी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अधिकारी ने बताया है कि अतीत में अफगानिस्तान में पाकिस्तानी संगठनों के शिविर थे। इसलिए हमें जम्मू-कश्मीर में सावधान रहना होगा। अधिकारी ने कहा आईएसआई केवल कमजोर तालिबान को ही प्रभावित कर सकता है लेकिन मौजूदा स्थिति में इसकी संभावना कम दिखती है।