स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: तालिबान आतंकवादियों ने एक 21 वर्षीय अफगान महिला को एक कार से बाहर खींच लिया, जिसकी पहचान नाज़नीन बल्ख के रूप में हुई, जब वह जिला केंद्र जा रही थी और बुर्का न पहनने के कारण गोली मारकर हत्या कर दी। बल्ख उत्तर में एक अशांत क्षेत्र है, जहां तालिबान कई क्षेत्रों में सक्रिय रहा है। हालांकि, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने इस भीषण कृत्य का खंडन किया था।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण है कि इस्लामी शरिया कानून, जिसे वर्ष 1996-2001 में लागू किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान आतंकी महिलाओं को सिर से पैर तक खुद को ढंकने के लिए मजबूर कर रहा है और उन्हें घर से बाहर काम करने पर प्रतिबंध लगा रहा है। तालिबान लड़कियों की शिक्षा को भी सीमित कर रहा है। इतना ही नहीं तालिबान की तरफ से कहा जाता है कि महिलाओं को एक पुरुष रिश्तेदार के साथ रहने की जरूरत है।