स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: झारखंड बरसोल अंतर्गत पारुलिया पंचायत निवासी युवती जनता बाटुल 100 प्रतिशत दिव्यांग हैं। पर इन्हें सरकार द्वारा मूलभूत सुविधा आज तक नहीं मिल पाई है। जनता बाटुल की देखभाल इनके माँ, पिता व भाई बहन मिलकर करते हैं। जनता के पिता आशुतोष बाटुल की मानतो उनकी बेटी पूरी तरह से दिव्यांग है। उसकी आंख से बिल्कुल दिखाई नहीं देती है। घर में हमेशा उसके साथ किसी न किसी को रहना पड़ता है। कोई जमीन जायदाद नहीं होने के कारण उन्हें आज तक सरकार की तरफ से ना ही पीएम आवास मिला है और ना ही शौचालय मिला है। सबसे ज्यादा परेशानी घर में शौचालय नहीं होने से होती है दृष्टिहीन बेटी को शौच के लिए हर दिन दूर खेत में ले जाना पड़ता है।लोग जब खेत में फसल लगा देते हैं और भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
पीएम आवास नहीं होने से बाटुल परिवार टूटे-फूटे घर में रहने को विवश है, बरसात होने पर घर पर पानी भी टपकता रहता है। इसमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बड़े परेशानी से यहां वहां से मांग कर गुजर-बसर कर रहे हैं। लॉकडाउन में और भी परिस्थिति दयनीय हो गई है। उन्होने बताया कि अपने दिव्यांग बेटी के लिए हमलोग कई बार मुखिया एवं जनता दरबार एवं बड़े अधिकारियों के कार्यक्रम में आवेदन देकर पेंशन के लिए गुहार लगा चुका हूँ परन्तु आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। हमारे घर में मेरे अलावा कमाने वाला कोई नहीं है। किसी तरह गृहस्थ का काम कर अपने दिव्यांग की बेटी समेत परिवार का भरण पोषण करते हैं, परन्तु आज तक हमें प्रधानमंत्री आवास योजना से भी नहीं जोड़ा गया है।