टोनी आलम, एएनएम न्यूज़, जामुड़िया : जामुड़िया के इकङा औधोगिक क्षेत्र स्थित शिवम धातु उद्योग करखाना के नए एवं पुराने इन दो मालिकों के कारण छः महीनों से बंद पड़े इस करखाना के कारण 150 कार्य कर रहे श्रमिकों को भूखे मरने की नौबत आ गई। इसे लेकर गुरुवार की सुबह से ही सभी श्रमिकों ने इस रास्ते से आ रहे सभी परिवहन को बंद कर रास्ता के ऊपर ही टेन्ट लगाकर अवस्थान विरोध किया गया। इस मौके पर इस करखाना के एक श्रमिक लक्खीकांत पाल ने बताया जहां एक ओर पश्चिम बंगाल सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए कार्य दिया जा रहा है। वही शिवम धातु उद्योग करखाना पिछले छः महीनों से बंद पड़ा हुआ है। जिसके कारण हमलोगो को भूखे मरने की नौबत आ गई। कल रात में इस करखाना को चालू कराने के लिए कच्चा आयरन माल लेकर इस करखाना में गाड़ियों के द्वारा आ रहा था। लेकिन पुराने मालिक प्रशासन के मदद से कल रात से ही इसे रोक दिया गया। हम सभी श्रमिकों को इस करखाना को चालू करने की एक उम्मीद हुआ था। वह भी उम्मीद खत्म हो गया। इन दो मालिकों के कारण हमलोगों का परिवार इस समय खाने के लिए दाने-दाने को मुहताज है। इस लिए सभी श्रमिकों ने मजबूरन आज इस रास्ते से आने जाने वाले सभी गाड़ियों को बंद कर दिया गया। हमलोगों को यह करखाना जब तक चालु नहीं होगा, जब तक हमारा अवस्थान विरोध जारी रहेगा। इस मौके पर बिराज चटर्जी, अमर मुखर्जी, चिनमय नंदी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।