स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: जगन्नाथ रथयात्रा से जुड़ी ये रोचक बातें क्या आप जानते हैं।
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, व सुभद्रा के रथ नारियल की लकड़ी से बनाए जाते है क्योंकि ये लकड़ी हल्की होती है।
भगवान जगन्नाथ के रथ का रंग लाल और पीला होता है और यह अन्य रथों से आकार में भी बड़ा होता है।
भगवान जगन्नाथ के रथ के कई नाम हैं जैसे- गरुड़ध्वज, कपिध्वज, नंदीघोष आदि। इस रथ के सारथी का नाम दारुक है।
भगवान जगन्नाथ के रथ के घोड़ों का नाम शंख, बलाहक, श्वेत एवं हरिदाशव है, इनका रंग सफेद होता है। रथ के रक्षक पक्षीराज गरुड़ है। भगवान जगन्नाथ के रथ पर हनुमानजी और नृसिंह का प्रतीक चिन्ह होता है। यह स्तम्भ रथ की रक्षा का प्रतीक माना जाता है।
रथ की ध्वजा यानि झंडा त्रिलोक्यवाहिनी कहलाता है। रथ को जिस रस्सी से खींचा जाता है, वह शंखचूड़ नाम से जानी जाती है।
भगवान जगन्नाथ के रथ में 16 पहिए होते हैं, इस रथ की ऊंचाई साढ़े 13 मीटर होती है। लगभग 1100 मीटर कपड़ा रथ को ढंकने के लिए उपयोग में लाया जाता है।