स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार किए गए दो लोगों में से एक की पहचान सरोज पात्रा और दूसरे की कंचन देब के रूप में हुई है। पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला कि सरोज कसबर के उस फर्जी कैंप में काम कर रही थी। वहीं पुलिस सूत्रों ने बताया कि कंचन देवंजन की दूर की रिश्तेदार है। कहा जाता है कि वह देबंजन के कसबर कार्यालय में बैठे हैं और दूसरी कंपनी चला रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी यह पता नहीं चल पाया है कि टीका लगाने वाला सरोज पात्रा प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी था या नहीं। संबंधित शिविरों में दिए गए नकली टीके, जानने के बाद भी उन्होंने इतनी जानकारी क्यों नहीं दी? समाचार सूत्रों ने बताया कि इस मामले में उनसे भी पूछताछ की जा रही है। बंदियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।