एएनएम न्यूज़, आसनसोल ब्यूरो: राज्य विधान सभा चुनाव बीतने के बाद निकाय चुनाव करवाने की मांग जोर पकड़ रही है। विपक्षी के साथ साथ सत्ताधारी पार्टी के लोग भी चाहते हैं कि नगर निगम चुनाव जल्द से जल्द हो जाए। सूत्रों की माने तो यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो इस साल के सितम्बर में राज्य में निगमों और पालिकाओं के चुनाव हो सकते हैं। कुछ इस तरह के संकेत मिल रहे हैं। समस्या एक ही है कि कहीं कोरोना की तीसरी लहर न आये। विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जहां शानदार प्रदर्शन करते हुए 200 से अधिक सीटों पर जबरदस्त जीत दर्ज कर तीसरी बार बंगाल के सत्ता पर काबिज़ हुई है। वही मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा को सरकार नहीं बनाने का मलाल तो रहा। लेकिन भाजपा ने पश्चिम बंगाल में अब तक कि अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 3 सीटों से 77 सीटों पर पहुंची है। वही इस चुनाव में वामपंथी और कांग्रेस का पूरा सुपारा साफ हो गया। वाम और कांग्रेस में एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर सकी।
अब सभी राजनीतिक पार्टियों की नजर केएमसी, हावड़ा, सिलीगुड़ी, आसनसोल निगम सहित 116 पालिका चुनावों पर टिकी हुई है। वहीं राज्य में 7 विधानसभा सीटों पर उपनिर्वाचन भी होंगे। तृणमूल कांग्रेस एक बार फिर से अपनी जीत को दोहराना चाहती है तो भाजपा भी विधानसभा चुनाव परिणाम से सबक लेते हुए इस बार काेई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। सूत्रों की माने तो तृणमूल कांग्रेस दुर्गापुजा से पहले ही निकाय चुनाव कराना चाहती है। सूत्र बताते हैं कि तृणमूल के अंदरमहल में इसे लेकर मंथन भी शुरू हो गया है। इधर आयोग सूत्रों की मानें तो राज्य में करीब 12 जिलों के कई निगम तथा 116 पालिकाओं में मतदान होना है। इसमें कुछ निगम व पालिकाओं की मियाद भी समाप्त हो चुकी है। ज्यादातर नगर निकायों में प्रशासक बैठाए जा चुके हैं। अब प्रशासकों की मियाद भी करीब-करीब पूरी होने को है। राज्य चुनाव आयोग राज्य सरकार की सलाह के अनुसार तारीख तय करेगा। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार उन्होंने चुनाव के लिए आवश्यक तैयारी भी कर ली है। राज्य चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक नवान्न की ओर से कोई संदेश नहीं आया है। जैसे ही कोई सूचना आयेगी हमलोग अपनी तरफ से काम शुरू कर देंगे। हालांकि तैयारियों में ज्यादा समय नहीं लगेगा क्योंकि मुख्य काम पहले हो चुका है।