स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: बंगाल के बाद इस बार तृणमूल की नजर त्रिपुरा पर है। वोट से जीत के बाद ममता बनर्जी एक बार फिर बंगाल के मुख्यमंत्री पद में बैठ गई हैं। इस बीच बंगाल के बाद बीजेपी में भी त्रिपुरा में सिंदूर के बादल नजर आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक स्थानीय नेतृत्व का दावा है कि भाजपा शासित राज्य में कई लोग दूसरी पार्टियों को छोड़कर तृणमूल पर शामिल हो रहे हैं और मुकुल रॉय के तृणमूल पर लौटते ही उस राज्य के जमीनी नेताओं को ऑक्सीजन मिल गई। इस संबंध में त्रिपुरा तृणमूल अध्यक्ष आशीष लाल सिंह ने कहा, 'तृणमूल त्रिपुरा को भाजपा के कुशासन से बचाएगी। तीन साल से बिप्लब देब के कुशासन से लोग निराश हैं। उन्होंने आगे कहा कि लोग कांग्रेस, बीजेपी और सीपीएम को छोड़कर तृणमूल पर समूहों में शामिल हो रहे हैं। एक बड़ी सीट पर ममता की जीत का असर त्रिपुरा पर पड़ा है।