टोनी आलम, एएनएम न्यूज़ : पांच साल से उन्होंने मनरेगा का कोई कार्य नही किया है फिर भी गांव मे विकास कार्यो के लिए सरकारी फलक लगाए गए हैं। इसी वजह से सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों ने मनरेगा के तहत काम की मांग करते हुए जमुड़िया के बिडिओ का घेराव कर विरोध दिखाया। विक्षोभकारीयो का कहना है कि पिछले पांच सालो मे अक्सर उनको मनरेगा के तहत काम नही मिलता है। लॉकडाउन मे किसी तरह से घर मे जो था उससे अपना गुजारा कर रहे है। इस वक्त वह बेरोजगार है मगर बहादुरपुर ग्राम पंचायत के विभिन्न इलाकों मे मनरेगा के तहत काम चलने के बावजूद पिछले पांच सालो मे उनके गांव मे कोई कार्य नही हुआ है। जबकि उन्होंने देखा है कि तालाब की साफ-सफाई नयी सिचाई व्यवस्था का निर्माण सहित कई सरकारी फलक लगाए गए हैं। विक्षोभकारीयो ने मनरेगा के काम मे भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने अविलंब जाब कार्ड बनाकर लोगों के नामो का पंजीकरण कर काम की मांग की। स्थानीय पंचायत सदस्य अजय बाउरी ने कहा कि गांव मे खास जमीन बहुत कम है। स्थानीय लोगों के लिए तालाब की साफ सफाई की बात कही गयी थी। सरकारी नियमो के अनुसार पहले ही सरकारी फलक लगाना पड़ता है जिससे लोग विभ्रांत है। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। इस संदर्भ मे जमुड़िया के बिडिओ जिश्नु दे ने कहा कि श्रमिको की शिकायतो पर गौर किया जाएगा। श्रमिको के साथ बातचीत कर समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। आज से वह मनरेगा के काम मे शरीक होंगे।