स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़: गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितीन पटेल ने कल अपने एक भाषण के दौरान एक बड़ी बहस छेड़ दी। भाषण के दौरान उन्होंने सवाल उठाया है कि यदि भारत में हिंदुओं की बहुसंख्या नहीं होती तो क्या होता? उन्होंने भाषण में कहा यदि वैसा होता तो देश में न कोई धर्म-निरपेक्षता होती, न कानून का राज होता, न संविधान होता और न ही कोई मानव अधिकार होते। उनका इस बात कि आंतरिक अर्थ है "भारत हिंदू राष्ट्र है"। इसी कथन का दूसरा पहलू यह है कि दुनिया के जिन राष्ट्रों में दूसरे मजहबियों का बहुमत है, वहां भारत के जैसी शासन-व्यवस्थाओं में सभी खूबियां नहीं हैं। लेकिन बास्तब में ऐसा नहीं है क्यों की यूरोप और अमेरिका जैसे राष्ट्रों में हिंदू बहुसंख्या में नहीं हैं फिरभी वहां शासन-व्यवस्थाओं में खूबियां की सब लक्षण मौजूद हैं।