गढ़वा : 21 सितंबर को गढ़वा स्थित "भगवान महावराह पीठ" श्री सर्वेश्वरी समूह शाखा आश्रम एवं प्रार्थना गृह में श्री सर्वेश्वरी समूह का 64वां स्थापना दिवस समारोह बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः 5:30 बजे प्रभात फेरी से हुई, जो आश्रम मरहटिया से चलकर नवोदय विद्यालय, नावाडीह, पचपड़वा, नवादा मोड़ होते हुए काली स्थान पहुंची, और फिर श्री सर्वेश्वरी समूह प्रार्थना गृह, गढ़वा में आकर समाप्त हुई।
प्रधान कार्यालय से आए प्रतिनिधि एस. पी. यादव जी ने विशेष पूजा, आरती, समूह के ध्वजारोहण के साथ प्रसाद वितरण किया। इसके बाद शहर भ्रमण कर वापस आश्रम पहुंचकर पुनः विशेष पूजा और आरती का आयोजन किया गया। सुरेन्द्र चौबे द्वारा सफल योनि का पाठ किया गया।
समारोह में एक गोष्ठी का भी आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता रविन्द्र नाथ दिवेद्वी ने की। मंगला चरण सुशीला दिवेद्वी और आशा तिवारी ने प्रस्तुत किया, और मंच का संचालन संजीत कुमार मिश्रा ने किया। भजन प्रस्तुतकर्ता हालकानी राम थे। गोष्ठी में वक्ताओं में सुरेन्द्र चौबे, देवकांत तिवारी, डॉ. शशांक 'रांची', सुमंत चौबे, ओमप्रकाश उपाध्याय, जगनारायण दुबे, एस. पी. यादव, और रविन्द्र नाथ दिवेद्वी शामिल थे। धन्यवाद ज्ञापन कृष्णमोहन तिवारी ने किया।
वक्ताओं ने सर्वेश्वरी समूह के 19 सूत्रीय कार्यक्रम के माध्यम से समाजसेवा और मानवता के कल्याण पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि समूह की स्थापना 21 सितंबर 1961 को परमपूज्य अघोरेश्वर महाप्रभु जी द्वारा बनारस के मडुआडीह आश्रम में की गई थी।
अघोरेश्वर भगवान राम की दृष्टि में सर्वेश्वरी समूह उनकी योगलीला है, जो मानवता के कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है।
गोष्ठी के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें डाल्टनगंज के सुरसंगम कला केंद्र के संगीतकार राम और श्याम जी ने भजन-कीर्तन प्रस्तुत किया। स्थानीय कलाकार रामलाल राम, साहेब राम, चंद्रदेव साव, सनोज राम, और हक्कानी राम ने भी अपनी प्रस्तुतियों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
स्थापना दिवस के अवसर पर आश्रम परिसर में चंदन और औषधीय पौधों का सामूहिक रूप से रोपण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में समूह के सभी सदस्यों, प्रार्थना गृह गुरी, गढ़वा, और पचपड़वा के सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।