गढ़वा : गढ़वा स्थित 172 बटालियन, सीआरपीएफ द्वारा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का 86वां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत वृक्षारोपण से की गई, इसके बाद 172 बटालियन के कमांडेंट नृपेन्द्र कुमार सिंह ने वाहिनी मुख्यालय, गढ़वा में शहीद स्मारक पर बल के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर गढ़वा जिले के सीआरपीएफ के शहीद सिपाही/जीडी आशीष कुमार सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण उनके ग्राम गरनाहा (टोलरा) स्थित विद्यालय परिसर में उपकमांडेंट नवल किशोर द्वारा किया गया। शहीद सिपाही/जीडी आशीष कुमार तिवारी, शौर्य चक्र (मरणोपरांत) की प्रतिमा पर निरीक्षक/जीडी श्रीनिवास दुबे ने ग्राम चेचरिया (अटौला) के विद्यालय परिसर में माल्यार्पण किया।
इस दौरान शहीदों के परिजन एवं स्थानीय ग्रामीण भी उपस्थित थे।
इसके बाद 172वीं वाहिनी मुख्यालय में सैनिक सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें कमांडेंट नृपेन्द्र कुमार सिंह ने सीआरपीएफ के शहीदों के पराक्रम, बलिदान और कर्तव्यपरायणता को सम्मानित किया। उन्होंने बल के कर्मियों एवं उनके परिजनों को बल के गौरवशाली इतिहास की याद दिलाते हुए स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
श्री सिंह ने बताया कि कैसे 21 अक्टूबर 1959 को सीआरपीएफ की एक छोटी टुकड़ी ने चीनी सैनिकों का मुकाबला किया, जिसमें 10 कार्मिकों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उनके सम्मान में भारतवर्ष के सभी पुलिस बल प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को 'पुलिस स्मृति दिवस' मनाते हैं। उन्होंने रन ऑफ कच्छ में सीआरपीएफ की एक कंपनी की वीरता का भी उल्लेख किया, जिसने तोपों से सजी पाकिस्तानी ब्रिगेड को न केवल रोका, बल्कि 34 पाकिस्तानी सैनिकों को बंधक भी बनाया।
साथ ही, श्री राम जन्मभूमि अयोध्या एवं संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले को नाकाम करने की वीरगाथा भी सुनाई।
सैनिक सम्मेलन के उपरांत मिष्ठान वितरण किया गया। सांयकाल में मुख्यालय 172 बटालियन में वॉलीबॉल मैच का आयोजन किया गया और रात्रि में जवानों के लिए बड़ा खाना का आयोजन किया गया।