कांडी : नहर का बांध टूटकर तीन दिनों से खेतों में पानी भरने के बाद चौथे दिन सिंचाई विभाग द्वारा टूटे भाग को बांधा गया। विभागीय अधिकारी के निर्देशानुसार भीम बराज के टूटे हुए बायीं मुख्य नहर की जेसीबी एवं ट्रैक्टर द्वारा बांधा गया।
इस मौके पर विभागीय कर्मी प्रेम कुमार सिंह, विकास कुमार सिंह व सुशील कुमार सिंह एवं अन्य कर्मीयों के द्वारा टूटे नहर को बंधवाया गया। वहीं जीरो किमी से करीब 3 किलोमीटर दूरी तक नहर निर्माण नहीं होने के कारण जगह-जगह काफी मात्रा में झाड़ियां व झंलास लगा हुआ है। जिस कारण सुंडीपुर की ओर प्रोपर पानी नहीं जा पा रहा है। जिससे दर्जन भर गावों में खेती बारी नहीं हो पा रही। वहीं किसानों ने आशंका व्यक्त की है कि झाड़ियां लगी होने के कारण नहर का प्रवाह अभी भी बाधित हो सकता है।
इस कारण नहर का बांध पुनः टूटकर बह जाएगा। कहा कि नहर टूटने से लगभग 29 एकड़ में खेतों में जमा पानी पूर्णतः नहीं निकल पाया है। अभी भी कांडी प्रखंड के भंडरिया व मझिआंव प्रखंड के मोरबे गांव के करीब 25 एकड़ खेत डूबा हुआ है। अगर यही पर साइफन बना होता तो दर्जनों किसान के खेत में पानी नहीं रहता। यहां तक की दो वर्ष पहले वहीं पर नहर टुटा था और पिछले वर्ष वर्षा के पानी से धान लगा हुआ खेत डूब चुका था।
मौके पर मौजूद किसानों ने तीन किमी की लंबाई में नहर का बाकी काम तुरंत कराए जाने की मांग की है। अन्यथा नहर का पिंड फिर से टूटकर आफत मचाएगा। दूसरे दर्जनों गांव के हजारों एकड़ खेतों में खेती नहीं हो पाएगी।