गढ़वा : गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के डंडा प्रखंड कार्यालय पर प्रखंड समिति की ओर से हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रंजीत मेहता और संचालन विजय दास ने किया।
हल्ला बोल कार्यक्रम के मध्ययम से जनता की मूलभूत मांग को उचित मंच तक पहुंचाने के लिए राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार जनता के प्रति पदाधिकारियों का उदासीन रवैया और तानाशाह पदाधिकारी के खिलाफ कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम के उपरांत डंडा प्रखंड विकास पदाधिकारी को 11 सूत्री मांग पत्र सौपा गया। जो इस प्रकार से निम्नलिखित है :
जमीन दाखिल खारिज के आवेदनों का निष्पादन, पंजी टू में दर्ज जीरो प्लॉट पर आवश्यक कार्रवाई, अबुआ आवास के लाभुकों के चयन में पारदर्शिता, मनरेगा योजनाओं को वर्षा से पूर्व पूरा कर मजदूरी भुगतान करने, गरीब छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र शीघ्रता से बनवा कर छात्रवृत्ति देने, किसानों को ससमय खाद-बीज देने, प्रखंडों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति करने, प्रखंड व अंचल कार्यालय में ग्रामीणों का कार्य शीघ्रता से करने, सरकारी योजनाओं में झारखंड आंदोलनकारी के परिजनों व आश्रितों को प्राथमिकता देने, पेंशनधारियों को ससमय पेंशन देने, कार्डधारियों को समुचित राशन देने, खराब पड़े चापाकलों को जल्द ठीक करने की की मांग रखी गई।
हल्ला बोल कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार में बैठे लोग सत्ता के नशे में चूर हैं। राज्य सरकार को जनता के दुख दर्द से कोई मतलब नहीं है। सरकार जनता की सेवा करने की जगह भ्रष्टाचार को बढ़ावा और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने में व्यस्त है।
केंद्रीय सचिव चंपा देवी ने कहा कि सरकार चुनाव पूर्व किए गए घोषणाएं केवल सरकारी दस्तावेजों अखबारों और खंभो में लगे विज्ञापनों तक ही सीमित है।
डंडा प्रखंड प्रभारी केंद्रीय सदस्य इश्तियाक राजा ने कहा कि धरातल की सच्चाई से सरकार का कोई वास्ता नहीं है। सरकार की गलत नीति-निर्धारण के चलते राज्य की आम जनता परेशान है।
केंद्रीय सचिव शंकर प्रताप विश्वकर्मा ने कहा कि आज राज्य में राशन पेंशन सड़क शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मूलभुत महिलाओं के लिए राज्य की जनता तरस रही है।
जिला प्रधान सचिव त्रिपुरारी सिंह ने कहा कि डंडा प्रखंड कार्यालय में बीडीओ दो महीने में एक दिन बैठते हैं। इससे जनता का कोई भी काम नहीं हो पा रहा है।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विजय दास, गोपाल चौधरी, इनामुल हक, जगतु महतो, पंकज साह, धर्मेंद्र राम, जगदीश महतो, पनपत्ति देवी, कौशल्या देवी, सतवंती देवी, प्रमिला देवी उपस्थित थे।