मेदिनीनगर (पलामू) : झारखंड राज्य सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा की राज्य कमेटी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तहत मसाल जुलूस का आयोजन किया गया। यह जुलूस जिला स्कूल चौक से प्रारंभ होकर छः मुहान पर समाप्त हुआ। जुलूस के दौरान झारखंड के विधायक शर्म करो, झारखंड सरकार मुर्दाबाद, लूट राज बंद करो, चंपई सोरेन होश में आओ, आदि नारे लगाए जा रहे थे।
छः मुहान चौक पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष विनोद तिवारी ने कहा कि हेमंत सोरेन ने चुनाव से पहले वादा किया था कि हमारी सरकार बनते ही 3 महीने के अंदर पारा शिक्षकों को स्थाई शिक्षक बनाकर वेतन देंगे, परंतु उनकी सरकार सहायक अध्यापकों के मामले में असफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा सहायक अध्यापकों के लिए बनाई गई नियमावली केवल एक कोरा कागज साबित हो रही है।
यहां तक कि कैबिनेट में भी आवश्यक सुधार करने में सरकार असफल रही है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री तिवारी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार सहायक अध्यापकों को वेतनमान देना तो दूर, अब तक राज्य कर्मी का दर्जा भी नहीं दे पाई है। सहायक अध्यापकों के लिए कोई चिकित्सा सुविधा भी नहीं है, जिससे उनके बीच सरकार के प्रति असंतोष और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आंदोलन को रोक पाना अब नेताओं के बस से बाहर हो गया है।
मसाल जुलूस का नेतृत्व अमलेश चौरसिया, अनुराग सिंह और विकास मिश्रा ने किया। जुलूस में अनुज दुबे, इमामुद्दीन अंसारी, रामरूप चौरसिया, नित्यानंद दुबे, धनंजय चौरसिया, संजय सिंह, विनय तिवारी, राजेंद्र दीक्षित, अरविंद चंद्रवंशी, शिव शंकर चौधरी, राजाराम सिंह, इस्माइल अंसारी और अमरेश प्रजापति सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।