बंशीधर नगर : श्री बंशीधर नगर में स्थित श्री बंशीधर मंदिर एवं राजा पहाड़ी स्थित शिव मंदिर को अंतराष्ट्रीय क्षितिज पर पहचान को पंख देने के लिए नगर पंचायत की ओर पहल की जा रही है। नगर पंचायत अध्यक्ष विजयालक्ष्मी देवी ने केंद्रीय सचिव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर विश्वविख्यात श्री बंशीधर मंदिर एवं राजा पहाड़ी शिव मंदिर को धार्मिक पर्यटन स्थल से संबंधित डॉक्यूमेंट्री तैयार कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पहचान दिलाने का अनुरोध किया है। केंद्रीय सचिव सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार को लिखे गये पत्र में उन्होंने लिखा है कि गढ़वा जिले के श्री बंशीधर नगर अनुमंडल के श्री बंशीधर नगर पंचायत क्षेत्र में श्री बंशीधर मंदिर अवस्थित है।
यहां बंशीवादन करते भगवान श्री कृष्ण की 32 मन शुद्ध सोने की प्रतिमा स्थापित है। नपं अध्यक्ष विजयालक्ष्मी ने लिखा है कि श्री बंशीधर मंदिर का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। भगवान स्वयं यहां पधारे हैं। मंदिर का धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक तथा पुरातात्विक महत्व है। नगर गढ़ की राजमाता शिवमानी देवी को सपने में भगवान बंशीधर जी दर्शन देकर यहां स्वयं विराजमान हुये हैं। भगवान की सोने की प्रतिमा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के महुली पहाड़ी में खुदाई में मिली है। जिसे राजमाता ने भगवान को वहां से हाथी पर बैठा कर नगर ऊंटारी लायी थी। वे भगवान को अपने गढ़ में ले जाना चाहती थी। किंतु हाथी नगर गढ़ के बाहर में बैठ गया और वहीं पर भगवान की प्रतिमा स्थापित की गई।
उन्होंने लिखा है कि यहां पहले प्रतिमा स्थापित की गई है। उसके बाद मंदिर का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि अभी तक दो बार राज्य स्तरीय बंशीधर महोत्सव का आयोजन हो चुका है। लेकिन मंदिर को अभी तक राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान नहीं मिल पाया है। जबकि यहां मंदिर में दर्शन करने के लिये देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं और भगवान की सोने की प्रतिमा देख मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।
नपं अध्यक्ष ने यह भी लिखा है कि श्री बंशीधर मंदिर के उत्तर में हजारों फीट पहाड़ की चोटी पर राजा पहाड़ी शिव मंदिर स्थित है। राजा पहाड़ी शिव मंदिर चारों ओर से प्राकृतिक छटा से घिरा हुआ है। काफी मनोरम दृश्य को बटोरे अपनी छटा से भगवान शिव मंत्रमुग्ध कर देने वाले रूप में विराजित हैं।
उन्होंने केंद्रीय सचिव से विशेष टीम को भेजकर श्री बंशीधर मंदिर एवं राजा पहाड़ी शिव मंदिर को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में डॉक्यूमेंट्री तैयार कर राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पहचान दिलाने का अनुरोध किया है। साथ ही दूरदर्शन चैनल के माध्यम से भी प्रचार प्रसार कराने का अनुरोध किया है।
उन्होंने पत्र की प्रतिलिपि डीसी गढ़वा, मुख्य सचिव झारखंड सरकार एवं सचिव सूचना प्रसारण मंत्रालय झारखंड सरकार को भी प्रेषित की है।