भेंडरा में मनाया गया विश्व मातृदिवस
नवीन बाल समिति भेण्डरा की ओर से सांस्कृतिक भवन भेंडरा में विश्व मातृभाषा दिवस समारोह का आयोजन किया गया। अध्यक्षता डा. फुलचंद महतो और संचालन बबलू सिंह राठौर ने किया। समारोह के मुख्य अतिथि डा.महेन्द्र नाथ गोस्वामी "सुधाकर" ने कहा कि अपनी मातृभाषा खोरठा के प्रचार प्रसार के लिए अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। राज्य सरकार की ओर से खोरठा को द्वितीय राजभाषा का दरजा दिया है और आठवीं कक्षा से एम ए तक इसकी पढ़ाई की स्वीकृति भी दी है। लेकिन न तो विद्यालयों में खोरठा पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और न कालेज, युनिवर्सिटी में। साथ ही खोरठा भाषा साहित्य की पाठ्यपुस्तकों के प्रकाशन की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही आकाशवाणी और दूरदर्शन में भी खोरठा भाषा संस्कृति के प्रसारण में कलाकारों को पर्याप्त अवसर दिया जाना चाहिए। इन्ही मुद्दों को लेकर जल्द ही एक शिष्ट मंडल गठित कर माननीय राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन दिया जाय। समारोह को सुरेश नारायण सिंह राठौर,सुकुमार, बासु बिहारी, घनश्याम महतो,रामशरण विश्वकर्मा, नरेश विश्वकर्मा, गोपाल विश्वकर्मा, मिथलेश विश्वकर्मा आदि के अपने गीत कविता और व्याख्यान प्रस्तुत किया।वही कुमारी अनन्या राठौर ने नृत्य प्रस्तुत कर लोगों की खूब वावाही लूटी। कार्यक्रम को संगीतमय बनाने में मांदर वादक चेतलाल महतो,नाल वादक दिलीप तूरी आदि ने भी अच्छी संगत की। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ स्व. डाँ ए.के झा (सदस्य सलेबस बोर्ड जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग राँची विश्वविद्यालय एवं मौषम विभाग) कि तस्वीर पर आंगतक अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित व मल्यार्पण कर किया गया।